ड्राइंग रूम में अपना एक चित्र लगाया है
जो मुझे आकर्षक दिखाता है
पर मेरे जैसा नहीं दिखता
एक तख्ती दरवाजे पर
उपाधियां दर्शाती है, मेरी
जिन्हें मैं जानता हूँ कि कागजी हैं
और ओढे रहता हूँ एक गंभीरता
कि लोग बहुत नजदीक न आ जाँय
जान लें मेरी वास्तविकता
लेकिन कभी-कभी सोचता हूँ
कि देंखूं
इन सबके बिना
मैं कैसा लगता हूँ|
सामुदायिक बिस्तर (कम्युनिटी बेड)
13 years ago
2 comments:
बहुत गहरी बात..हम सभी कोई न कोई लबादा ओढ़े ही रहते हैं..बधाई
बेहतरीन!
Post a Comment