नव-वर्ष २०११ मंगलमय हो!
नव-छन्द सजे नव-गीत रचें नव-बिम्ब सुसज्जित काव्य-कला
सब रागिनियाँ मनुहार करें नव-बीन गहें कर में विमला
नववर्ष प्रहर्ष प्रदायक हो जग-प्रीति सुनीति रहे सुफला
तन-ताप मिटे मन-मोद बढ़े नित कोष भरें घर में कमला
सब रागिनियाँ मनुहार करें नव-बीन गहें कर में विमला
नववर्ष प्रहर्ष प्रदायक हो जग-प्रीति सुनीति रहे सुफला
तन-ताप मिटे मन-मोद बढ़े नित कोष भरें घर में कमला
'अमित'
1 comment:
आपको भी नव वर्ष मंगलमय हो।
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