आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक मंगलकामनायें!
रचें ज्योति के पत्र पर सर्जना के, नये विम्ब फिर से नई लेखनी से।
नये गीत गायें नई कल्पना के, नई भंगिमा से नई रागिनी से।
उड़ें रंग उल्लास के हर दिशा में, नई भोर की कुंकुमी रोशनी से।
नये वर्ष का आगमन हो कि जैसे, नखत कोई उतरा हो मन्दाकिनी से।
अमित
सामुदायिक बिस्तर (कम्युनिटी बेड)
14 years ago


3 comments:
आपको तथा आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-
नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी
आपके और आपके परिवार के लिए भी नववर्ष मंगलमय हो !!
Post a Comment