सृजन के पड़ाव
थोड़े मतभेद हो गयेनिष्ठा में छेद हो गये:)
"आई जब इश्क़ की समझबाल ही सफ़ेद हो गये"तो क्या हुआ ! समझ आ तो गयी ! जब जागो तभी सवेरा ! आभार ।
बहुत सुन्दर गजल ये शेर खास पसंद आया आई जब इश्क़ की समझबाल ही सफ़ेद हो गयेवीनस
छोटे बहर की प्रेरक गज़ल.
बेहतरीन......amitraghat.blogspot.com
Post a Comment
अपनी लिपि में पढ़ें
Roman(Eng) Gujarati Bangla Oriya Gurmukhi Telugu Tamil Kannada Malayalam Hindi Via chitthajagat.in
7 comments:
थोड़े मतभेद हो गये
निष्ठा में छेद हो गये
:)
"आई जब इश्क़ की समझ
बाल ही सफ़ेद हो गये"
तो क्या हुआ ! समझ आ तो गयी ! जब जागो तभी सवेरा ! आभार ।
बहुत सुन्दर गजल
ये शेर खास पसंद आया
आई जब इश्क़ की समझ
बाल ही सफ़ेद हो गये
वीनस
छोटे बहर की प्रेरक गज़ल.
बेहतरीन......
amitraghat.blogspot.com
Post a Comment